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वाल्या डाकू से वाल्मकि ऋषि बनने की कहानी
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01-January-1970 00:00:00
बालमित्रो आप वाल्मीकि ऋषि को तो जानते ही होंगे । वह एक महान ऋषि थे तथा उन्होंने महाकाव्य रामायण की रचना की थी अर्थात रामायण लिखी थी । वाल्मीकि ऋषि का नाम रत्नाकर था । रत्नाकर ऋषि बनने से पहले एक बहुत क्रूर डाकू था, वह घने जंगल में छुपकर…
मार्कंडेय ऋषि कथा
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01-January-1970 00:00:00
भगवान शिव के उपासक ऋषि मृकंदुजी के घर कोई संतान नहीं थी ।उन्होंने भगवान शिव की कठिन तपस्या की । भगवान शिव ने उन्हें दर्शन दिए और वरदान मांगने को कहा । उन्होंने संतान मांगी । भगवान शिव ने कहा, ‘‘तुम्हारे भाग्य में संतान नहीं है । तुमने हमारी कठिन…
नैतिक तत्त्वों का आदर्श
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01-January-1970 00:00:00
आयुर्वेद के प्रणेता महर्षि चरक औषधीय जडी बुटियों की खोज में अपने शिष्यगण के साथ जंगलों एवंखाई-चोटियों में घूम रहे थे । उस समय चलते-चलते अचानक उनकी दृष्टि एक हरेभरे खेत में खिले हुए एक सुंदर पुष्पपर गई । आजतक ऐसा अद्विवतीय, अनुपम पुष्प इससे पूर्व उन्होंने कभी नहीं देखा…
असुरों के विनाश हेतु सर्वस्व का त्याग करनेवाले ऋषि दधीचि
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01-January-1970 00:00:00
बालमित्रो, प्राचीन काल में वृत्रासुर नाम का एक दैत्य बडा ही उन्मत्त हो गया था । अति बलवान होने के कारण देवताओं को उसे हराना कठिन हो गया । उसके विनाश हेतु भगवान विष्णु ने सुझाया कि दधीचि ऋषि की अस्थियों से बङ्का बनाए, तो उससे वृत्रासुर का नाश हो सकता है…
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